बच्चे की नींद खुली तो खुद को क्लासरूम में बंद देखकर वो जोर-जोर से रोने लगा, फिर पुलिस ने ताला तोड़कर बाहर निकाला
रुड़की: हरिद्वार जिले के रुड़की में शिक्षकों और स्कूल स्टाफ की बड़ी लापरवाही सामने आई है. दरअसल यहां पर स्कूल की छुट्टी होने के बाद शिक्षक स्कूल पर ताला लगाकर चले गए. थोड़ी देर बाद स्कूल के अंदर से बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी. बच्चे की आवाज सुनकर आसपास के व्यापारी स्कूल के गेट पर पहुंचे और पुलिस को मामले की जानकारी दी. सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने लोगों की मदद से स्कूल का ताला तोड़कर बच्चे को बाहर निकाला. इस दौरान बच्चा काफी डरा और सहमा हुआ था.
क्लास में सोता रहा बच्चा, हो गई छुट्टी: जानकारी के मुताबिक रुड़की गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के अंबर तालाब मोहल्ले में स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय नंबर 12 है. 27 अक्तूबर सोमवार के दिन इस स्कूल में शिक्षकों की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. दरअसल स्कूल की छुट्टी के समय स्कूल के क्लास रूम में एक बच्चा सो गया था. टीचर की नजर उस पर नहीं पड़ी. छुट्टी हुई तो शिक्षक स्कूल पर ताला लगाकर घर चले गए.
रोने की आवाज सुनकर पहुंचे लोग: इस दौरान क्लास में सोया हुआ छात्र कमरे में बंद हो गया. बताया गया है कि करीब दो घंटे तक बच्चा स्कूल के क्लास रूम में सोता रहा. जब बच्चे की नींद खुली तो उसने खुद को स्कूल की कक्षा में बंद पाया. इसके बाद उसने रोना शुरू कर दिया. बच्चे के रोने की आवाज जब बंद नहीं हुई तो, आसपास के व्यापारी स्कूल के गेट पर पहुंचे. तब पता चला कि स्कूल के अंदर से बच्चे के रोने की आवाज आ रही है.
ताला तोड़कर बच्चे को स्कूल से निकाला: इसके बाद व्यापारियों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों की मदद से स्कूल के क्लास रूम के गेट में लगे ताले को तुड़वाया और बच्चे को बाहर निकाला. इसके बाद बच्चे को पुलिस ने सकुशल उसके घर पहुंचाया. स्थानीय लोगों का कहना है कि छात्र कमरे में सो गया था. इसलिए वह स्कूल के अंदर बंद हो गया. उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन की ये लापरवाही बच्चे की जान पर भी भारी पड़ सकती थी. वहीं अब देखने वाली बात ये होगी कि क्या शिक्षा विभाग इन लापरवाह शिक्षकों पर कार्रवाई करता है या नहीं.
स्पष्टीकरण मांगा जाएगा: इंस्पेक्टर मनोहर सिंह भंडारी ने बताया कि-
बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालकर उसके परिजनों को सौंप दिया गया है. इस स्कूल में 30 बच्चे पढ़ते हैं. खंड शिक्षा अधिकारी (Block Education Officer) अभिषेक शुक्ला ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा.
